भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) का चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) तेजी से चांद की ओर बढ़ रहा है. आज 5 अगस्त को शाम करीब सात बजे इसे चांद के पहले ऑर्बिट में डाला जाएगा. इसके बाद चंद्रयान की गति को लगातार 23 अगस्त तक कम किया जाएगा क्योंकि 23 अगस्त को इस अंतरिक्ष यान की चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी
ISRO Chandrayaan-3
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Chandrayaan-3 Travel Time: -
चंद्रयान-3 अपनी यात्रा पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। बेंगलुरु से चंद्रयान-3 का पहला ऑर्बिट-रेजिंग मैनूवर (अर्थबाउंड फायरिंग-1) सफलतापूर्वक पूरा किया गया। भारतीय अनुसंधान संस्थान (ISRO) के अनुसार, अब चंद्रयान 41762 km x 173 km ऑर्बिट में पहुंच गया है।
ISRO के अनुसार, चंद्रयान-3 की सेहत सामान्य है और उसके सभी उपकरण ठीक से काम कर रहे हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, चंद्रयान-3 को चांद तक पहुंचने में करीब 42 दिन लगेंगे।
चंद्रमा पर लैंड :-
इसरो चीफ एस सोमनाथ के अनुसार, चंद्रयान-3 23 अगस्त की शाम 5.47 बजे चंद्रमा पर लैंड कर सकता है। आखिर चंद्रयान को चांद तक जाने में इतना समय क्यों लगेगा?
रूस, चीन और अमेरिका कहीं कम वक्त में चांद तक स्पेसक्राफ्ट भेज चुके हैं। चांद पर इंसान को लेकर गया अपोलो 11 भी 5 दिन के भीतर ही चंद्रमा तक पहुंच गया था।
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चंद्रयान-3 की मौजूदा गति :-
चंद्रमा की ग्रैविटी के हिसाब से चंद्रयान-3 की 38,520 किमी प्रति घंटे की मौजूदा गति बहुत ज्यादा है. धीरे-धीरे इसे कम करके 3600 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर लाया जाएगा. अगर सब कुछ प्लानिंग के हिसाब से चलता है तो कुछ इस तरह से चंद्रयान अपने पड़ावों पर पहुंचेगा.