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अग्रणी संरक्षण पहल (प्रोजेक्ट टाइगर) :-
भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने इसके 50 साल पूरा होने पर कहा, ''यह इस अग्रणी संरक्षण पहल (प्रोजेक्ट टाइगर) का ही नतीजा है कि आज दुनिया के 70 प्रतिशत बाघ भारत में हैं''. उन्होंने यह भी कहा कि भारत जैव विविधता संरक्षण, बचाव और संवर्धन को लेकर कदम उठाने के मामले में लगातार अग्रणी रहा है.
बाघों के सरंक्षण के लिए अप्रैल १९७३ में शुरू किया गया था प्रोजेक्ट टाइगर व् अन्य कार्यकर्मो से देश में बाघों की संख्या में वृद्धि का सिलसिला लगातार जरी है तथा वर्तमान में विश्व की कुल बाघ संख्या का ७५ प्रतिशत भाग अब भारत में है
देश में बाघ प्रोजेक्ट टाइगर रिपोर्ट :-
देश में बाघों के संख्या के सम्बन्ध में रिपोर्ट 4 -4 वर्ष के अन्तराल के पश्चात पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा जारी के जाती है . ऐसी पाँचवें चक्र की रिपोर्ट मंत्रालय द्वारा 29 जुलाई 2023 को जिम कॉर्बेट पार्क में अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर उत् जारी की गई (इससे पूर्व ऐसी अंतरिम रिपोर्ट प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 9 अप्रैल, 2023 को प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जारी की थी.
विभिन्न राज्यों व टाइगर रिजर्स में बाघों की अलग-अलग संख्या के आँकड़े उस समय जारी नहीं किए गए थे. जबकि चौथे चक्र की ऐसी पिछली रिपोर्ट स्वयं प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 29 जुलाई 2019 को अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर जारी की थी.
29 जुलाई 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर नैनीताल में टाइगर रिजर्व फोर्स में आयोजित कार्यक्रमों में केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने देश के सभी 53 टाइगर रिजर्स के साथ-साथ सभी राज्यों में मौजूद बाघों की संख्या के आँकड़े भी जारी किए.
देश में बाघों की कुल न्यूनतम व अधिकतम संख्या :-
ताजा बाघ गणना (2023) के अनुसार देश में बाघों की कुल संख्या न्यूनतम 3167 व अधिकतम 3925 संभावित है इसलिए 2022 में बाघों की औसत संख्या 3682 मानी गई है, जबकि 2018 में यह संख्या 2967 तथा उससे पूर्व 2014 में यह 2226 आकलित थी. इस प्रकार 2018-2022 की चार वर्ष की अवधि में बाघ संख्या में 24.1 प्रतिशत (6-1 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से) वृद्धि हुई.
किन किन राज्यों में सर्वाधिक बाघो की संक्या :-
ताजा गणना के अनुसार राज्यों में सर्वाधिक (785) बाघ मध्य प्रदेश में हैं, जबकि 563 बाघों के साथ कर्नाटक का दूसरा तथा 560 बाघों के साथ उत्तराखण्ड का इस मामले में तीसरा स्थान है. इससे पूर्व 2018 में मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या कर्नाटक से केवल 2 ही अधिक थी, इस बार कर्नाटक से 100 से भी अधिक बाघ मध्य प्रदेश में हैं. इस प्रकार मध्य प्रदेश का टाइगर स्टेट का दर्जा बरकरार है बाध संख्या के मामले में राज्यों में इनके पश्चात् क्रमशः महाराष्ट्र, तमिलनाडु व असम के स्थान हैं. उत्तर प्रदेश इस मामले में 8वें व राजस्थान 10वें स्थान पर हैं