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Artificial Intelligence क्या है? AI काम कैसे करता है, AI के फायदे और नुकसान,इसके क्या-क्या उपयोग है

Artificial Intelligence क्या है?

                                                                                              आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial intelligence) कम्प्यूटर विज्ञान की एक ऐसी शाखा है। जिसके अंदर मशीनों में सोचने- समझने और निर्णय लेने की क्षमता विकसित जाती है। अर्थात मशीनों को Intelligent (बुद्धिमान) बनाया जाता है। ताकि वे इंसानों की तरह सोच-समझकर निर्णय ले सकें। और बिना इंसानी मदद के काम कर सकें।


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अगर आसान भाषा में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीनों का 'दिमाग' है। जिसकी मदद से वे सोच-समझकर निर्णय ले सकती हैं। और बिना किसी मदद के स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकती हैं। यानि कि जिस तरह इंसान अपने दिमाग की मदद से किसी भी समस्या का हल ढूँढ लेते हैं। वैसे ही AI की मदद से मशीनें भी अपनी समस्याओं को खुद हल कर सकती हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को हिन्दी में 'कृत्रिम बुद्धिमत्ता' कहा जाता है। जिसका अर्थ है मानव निर्मित समझ, या मानव निर्मित बुद्धिमत्ता । इसे मशीनी बुद्धि या मशीनी दिमाग भी कहा जाता है। इसकी मदद से मशीनों को समझदार और बुद्धिमान बनाया जाता है। ताकि वे स्वचालित रूप से काम कर सकें। और इंसानों पर उनकी निर्भरता कम हो सके।

क्या एआई इंसानों से ज्यादा चालाक हो सकते हैं? इस सवाल को लेकर हर इंटरनेट यूजर का एक अलग मत हो सकता है। इसी तरह एआई टेक्नोलॉजी को लेकर जानकारों के भी अलग-अलग मत सामने आते हैं। एआई के गॉडफादर कहे जाने वाले Geoffrey Hinton एआई टेक्नोलॉजी को लेकर चिंतित हैं।

 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत :-
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आरंभ 1950 के दशक में ही हो गया था, लेकिन इसकी महत्ता को 1970 के दशक में पहचान मिली।
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  • जापान ने सबसे पहले इस ओर पहल की और 1981 में फिफ्थ जनरेशन नामक योजना की शुरुआत की थी।
  • इसमें सुपर-कंप्यूटर के विकास के लिये 10-वर्षीय कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई थी।

  • इसके बाद अन्य देशों ने भी इस ओर ध्यान दिया। ब्रिटेन ने इसके लिये 'एल्वी' नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया।
  • यूरोपीय संघ के देशों ने भी 'एस्प्रिट' नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की थी।
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  • इसके बाद 1983 में कुछ निजी संस्थाओं ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर लागू होने वाली उन्नत तकनीकों, जैसे-Very Large Scale Integrated सर्किट का विकास करने के लिये एक संघ ‘माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड कंप्यूटर टेक्नोलॉजी’की स्थापना की।




AI VS Human


                                                     एआई और इंसानों में कौन ज्यादा बेहतर है इस मुद्दे को लेकर हर जानकार का अलग मत है। एआई के गॉड फादर माने जाने वाले जेफ्री हिंटन एआई को इंसानों के लिए एक खतरा मानते हैं। वहीं बिल गेट्स जैसे टेक जानकार इस टेक्नोलॉजी को बेहतर भविष्य के रूप में देखते हैं।


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे

                                                                                        आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग आज-कल काफी जगहोन पर हो रहा है। इसके कई मौके हैं जो हमारे जीवन को आसान और समृद्ध बनाते हैं। कुछ ऐ के फायदे हैं…

Safer Environment :-

                                        AI का प्रयोग सुरक्षा और निगरानी के लिए किया जाता है। सीसीटीवी कैमरे और सेंसर से ली गई डेटा को एआई से विश्लेषण किया जाता है जैसे सुरक्षा सेंध, अपराध और आपदा को डिटेक्ट किया जा सकता है। इसके अलावा, स्वायत्त वाहनों में भी ऐ का प्रयोग किया जाता है, जिस दुर्घटना और मौत को कम किया जा सकता है।

Business Efficiency

                                                  AI का प्रयोग बिजनेस एफिशिएंसी और प्रोडक्टिविटी को बेहतर बनाने में भी किया जाता है। डेटा एनालिसिस और ऑटोमेशन के लिए एआई का इस्तेमाल किया जाता है जिसे काफी टास्क को ऑटोमेट किया जा सकता है। इस्से टाइम और रिसोर्सेज की बचत होती है और बिजनेस के रिजल्ट्स इम्प्रूव होते हैं।

Personalization

                                                     AI की सहायता से वैयक्तिकृत अनुशंसाएं और सामग्री को वितरित किया जा सकता है। ये एक ग्राहक के हितों और वरीयताओं को विश्लेषण करके उन्हें व्यक्तिगत सिफारिशें और सामग्री प्रदान करने में मदद करता है।

Better Healthcare

                                     AI का प्रयोग सटीक निदान और उपचार के लिए किया जाता है। मेडिकल डेटा को एनालाइज करने के लिए मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे डॉक्टर्स को सटीक रिजल्ट मिलते हैं। एआई की सहायता से मेडिकल प्रोफेशनल्स को बीमारी को पहले से ही पता लगाने और उनका इलाज शुरू करने में मदद मिलती है।

Improved Customer Service

                                          AI का प्रयोग ग्राहक सेवा में भी किया जाता है। चैटबॉट और वर्चुअल असिस्टेंट जैसे AI के टूल्स से ग्राहकों की पूछताछ और शिकायतों को हल किया जा सकता है। इसे ग्राहक सेवा की गुणवत्ता में सुधार होता है और इसका खर्च भी कम होता है

Artificial Intelligence से खतरा:-


                                                                                       आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर शुरू से ही यह आशंका रही है ! कि आगे चलकर यह हमारे लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकती है। क्योंकि इंटेलिजेंट मशीनों के कारण उन नौकरियों पर भी संकट आ जाएगा। जिनके लिए High Educated और Intelligent लोगों की जरूरत पड़ती है। हालांकि Computer ने पहले ही लाखों नौकरियाँ खत्म कर दी हैं। ऐसे में बेरोजगारी बढ़ सकती है

  • दूसरी आशंका यह है कि जब मशीनें खुद निर्णय लेने लगेंगी। तो वे
  • हमारी कोई बात नहीं सुनेंगी। बल्कि हर मामले में अपना दिमाग
  • चलाऐंगी और वही करेंगी जो उन्हें ठीक लगेगा। अगर हम टोका-
  • टोकी करेंगे तो वे काम करने से मना कर देंगी। और हमें उनके आगे
  • झुकना पड़ेगा। क्योंकि उनके बिना हमारा कोई काम नहीं चलेगा।
  • इसीलिए मशीनों में बौद्धिक क्षमता डालना हमारे लिए नुकसानदेह
  • साबित हो सकता है।
  • इसके अलावा अगर मशीनों ने मिलकर विद्रोह कर दिया, तो क्या होगा? इस विषय पर कई फिल्में भी बन चुकी है। Robot फिल्म इसी विषय पर आधारित थी। हालांकि फिल्में भले ही काल्पनिक होती हों, लेकिन AI की ताकत काल्पनिक नहीं है। ऐसी स्थिति कभी भी आ सकती है। मशीनें अपनी Union बनाकर इंसानों पर हमला कर सकती हैं। और पूरी मानव जाति को अपना गुलाम बना सकती हैं।

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