Chat GPT: क्या है चैट जीपीटी,और कैसे काम करता है
क्या एआई इंसानों से ज्यादा चालाक हो सकते हैं? इस सवाल को लेकर हर इंटरनेट यूजर का एक अलग मत हो सकता है। इसी तरह एआई टेक्नोलॉजी को लेकर जानकारों के भी अलग-अलग मत सामने आते हैं। एआई के गॉडफादर कहे जाने वाले Geoffrey Hinton एआई टेक्नोलॉजी को लेकर चिंतित हैं।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आरंभ 1950 के दशक में ही हो गया था, लेकिन इसकी महत्ता को 1970 के दशक में पहचान मिली।
- जापान ने सबसे पहले इस ओर पहल की और 1981 में फिफ्थ जनरेशन नामक योजना की शुरुआत की थी।
- इसमें सुपर-कंप्यूटर के विकास के लिये 10-वर्षीय कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई थी।
- इसके बाद अन्य देशों ने भी इस ओर ध्यान दिया। ब्रिटेन ने इसके लिये 'एल्वी' नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया।
- यूरोपीय संघ के देशों ने भी 'एस्प्रिट' नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की थी।
- इसके बाद 1983 में कुछ निजी संस्थाओं ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर लागू होने वाली उन्नत तकनीकों, जैसे-Very Large Scale Integrated सर्किट का विकास करने के लिये एक संघ ‘माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड कंप्यूटर टेक्नोलॉजी’की स्थापना की।
AI VS Human
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रयोग आज-कल काफी जगहोन पर हो रहा है। इसके कई मौके हैं जो हमारे जीवन को आसान और समृद्ध बनाते हैं। कुछ ऐ के फायदे हैं…
Safer Environment :-
AI का प्रयोग सुरक्षा और निगरानी के लिए किया जाता है। सीसीटीवी कैमरे और सेंसर से ली गई डेटा को एआई से विश्लेषण किया जाता है जैसे सुरक्षा सेंध, अपराध और आपदा को डिटेक्ट किया जा सकता है। इसके अलावा, स्वायत्त वाहनों में भी ऐ का प्रयोग किया जाता है, जिस दुर्घटना और मौत को कम किया जा सकता है।
Business Efficiency
AI का प्रयोग बिजनेस एफिशिएंसी और प्रोडक्टिविटी को बेहतर बनाने में भी किया जाता है। डेटा एनालिसिस और ऑटोमेशन के लिए एआई का इस्तेमाल किया जाता है जिसे काफी टास्क को ऑटोमेट किया जा सकता है। इस्से टाइम और रिसोर्सेज की बचत होती है और बिजनेस के रिजल्ट्स इम्प्रूव होते हैं।
Personalization
AI की सहायता से वैयक्तिकृत अनुशंसाएं और सामग्री को वितरित किया जा सकता है। ये एक ग्राहक के हितों और वरीयताओं को विश्लेषण करके उन्हें व्यक्तिगत सिफारिशें और सामग्री प्रदान करने में मदद करता है।
Better Healthcare
AI का प्रयोग सटीक निदान और उपचार के लिए किया जाता है। मेडिकल डेटा को एनालाइज करने के लिए मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे डॉक्टर्स को सटीक रिजल्ट मिलते हैं। एआई की सहायता से मेडिकल प्रोफेशनल्स को बीमारी को पहले से ही पता लगाने और उनका इलाज शुरू करने में मदद मिलती है।
Improved Customer Service
AI का प्रयोग ग्राहक सेवा में भी किया जाता है। चैटबॉट और वर्चुअल असिस्टेंट जैसे AI के टूल्स से ग्राहकों की पूछताछ और शिकायतों को हल किया जा सकता है। इसे ग्राहक सेवा की गुणवत्ता में सुधार होता है और इसका खर्च भी कम होता है
Artificial Intelligence से खतरा:-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर शुरू से ही यह आशंका रही है ! कि आगे चलकर यह हमारे लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकती है। क्योंकि इंटेलिजेंट मशीनों के कारण उन नौकरियों पर भी संकट आ जाएगा। जिनके लिए High Educated और Intelligent लोगों की जरूरत पड़ती है। हालांकि Computer ने पहले ही लाखों नौकरियाँ खत्म कर दी हैं। ऐसे में बेरोजगारी बढ़ सकती है
- दूसरी आशंका यह है कि जब मशीनें खुद निर्णय लेने लगेंगी। तो वे
- हमारी कोई बात नहीं सुनेंगी। बल्कि हर मामले में अपना दिमाग
- चलाऐंगी और वही करेंगी जो उन्हें ठीक लगेगा। अगर हम टोका-
- टोकी करेंगे तो वे काम करने से मना कर देंगी। और हमें उनके आगे
- झुकना पड़ेगा। क्योंकि उनके बिना हमारा कोई काम नहीं चलेगा।
- इसीलिए मशीनों में बौद्धिक क्षमता डालना हमारे लिए नुकसानदेह
- साबित हो सकता है।
- इसके अलावा अगर मशीनों ने मिलकर विद्रोह कर दिया, तो क्या होगा? इस विषय पर कई फिल्में भी बन चुकी है। Robot फिल्म इसी विषय पर आधारित थी। हालांकि फिल्में भले ही काल्पनिक होती हों, लेकिन AI की ताकत काल्पनिक नहीं है। ऐसी स्थिति कभी भी आ सकती है। मशीनें अपनी Union बनाकर इंसानों पर हमला कर सकती हैं। और पूरी मानव जाति को अपना गुलाम बना सकती हैं।