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फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है (Meaning of FD in Hindi) : एफडी [ Fixed Deposit ] क्या होता है? आ गया एफडी में पैसा लगाने का टाइम, FD Account के फायदे

 फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है (Meaning of FD in Hindi) : एफडी [ Fixed Deposit ] क्या होता है? आ गया एफडी में पैसा लगाने का टाइम, FD Account के फायदे



             फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है (Meaning of FD in Hindi)


FD का फुल फॉर्म  [ Fixed Deposit ] होता है यहां एक प्रकार बैंको  में चलाई जाने वाली स्कीम है एफडी बैंक या NBFC ( Non Banking Financial Company ) के द्वारा जमा कराई जाने वाले वह राशि जिस पर पहले से तय किया हुआ  व्याज दर बैंक देता है। बैंको के ब्रियाज का रिटर्न मानसिक, तिमाही या सालाना हो सकता है आप इस बैंक  स्कीम को अपने मुताबिक निर्धारित समय अवधि के लिए ले सकते है ।


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इन्वेस्टमेंट का तरीका :-

एफडी को अगर आप आसन शब्द में समझा जाय  तो बैंक द्वारा दी जाने वाली यह  एक इन्वेस्टमेंट का तरीका है जिसको कोई भी सैलरी पर्सन ,व्यवसायिक या किसी अन्य स्रोत्र से इनकम प्राप्त करने वाले व्यक्ति एफडी स्कीम को इन्वेस्टमेंट कर सकते है फिक्स्ड डिपाजिट स्कीम अत्यधिक सुरक्षित है और इसमे आप सेविंग करते हुए बैंक इंटरेस्ट से अपने पैसे को बढाने  का आसान तरीका है इसमें रिस्क शुन्य प्रतिशत होता है ।

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सुबिधाये :-

आज के समय में लोग एफडी को ज्यादा पसंद  करते है क्योकि इस स्कीम में  अपने मन मुताबिक समय निर्धारित करके एफडी अकाउंट ओपन कर सकते है  इस में यह भी सुभिधा मिलता है कि आप की FD  द्वारा चुना गया अवधि पूरा हो या न हो आप fd को तोड़ सकते है यदि आप अपने fd को चुने गयी समय आवधि को पूरा चलाते है तो आप की fd  मिच्चोरे हो जाती है आप की fd की समय अवधि पूरा होते ही आप का पूरा पैसा आप के सेविंग अकाउंट में  तय व्याज दर जोड़कर पैसे वापस कर दिया जाता है ।

FD मैच्योरिटी से पहले तोड़ने पर जुर्माना :-




                                                                फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एक ऐसा अकाउंट जिसमें परिपक्वता (मैच्योरिटी) अवधि के लिए धनराशि जमा की जाती है और जिस पर निवेशकों को निर्धारित ब्याज मिलता है। फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट में जमा किया पैसा निर्धारित अवधि से पहले नहीं निकाला जाता है, अगर किसी वजह से निवेश को अपनी धनराशि निकालना है तो उसे बैंक को सूचित करना होगा, जिसके बाद बैंक कुछ जुर्माना काटकर धनराशि वापस कर देती है। 



 SBI Amrit Kalash Fixed Deposit:-


                                                                                                      एसबीआई की अमृत कलश स्कीम 400 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट ( Fixed Deposit ) स्कीम है। इस स्कीम को फरवरी महीने में शुरु किया गया था । स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ( State Bank of India ) की इस स्कीम में साधारण निवेशकों को भी 7.1 % फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है वही 60 वर्ष उम्र के उपर नागरिको को 7.6 फीसदी की दर से ब्याज ( FD Interest Rates ) दिया जा रहा है। इस एफडी स्कीम में निवेशकों को 15 अगस्त तक निवेश कर सकते हैं।वहीं स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ( State Bank of India ) 7 दिन से लेकर 10 साल की एफडी पर 3 फीसदी से 7.1 फीसदी की दर ( FD Interest Rates ) से ब्याज दे रहा है। वहीं बुजुर्गों को फिक्स्ड डिपॉजिट ( Fixed Deposit ) में निवेश करने पर 0. 50 बीपीएस का अतिरिक्त ब्याज दिया जा रहा है।

किस बैंक में मिल रहा कितना ब्याज दर:- 

  1. HDFC Bank की स्पेशल एफडी सीनियर सिटीजन को पांच साल से लेकर दस साल तक की अवधि के लिए 7.75% ब्याज मिल रहा है.
  2. SBI की 400 दिनों की स्पेशल एफडी स्कीम अमृत कलश में सामान्य निवेशकों को 7.10% जबकि, वरिष्ठ नागरिकों को 7.60% की ब्याज दर से ब्याज मिल रहा है.
  3. इंडियन बैंक अपने ग्राहकों के लिए इंड सुपर 400 डेज स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर आम जनता को निवेश पर 7.25%, की दर से ब्याज दर दे रहा है. जबकि, वरिष्ठ नागरिकों को 7.75 फीसदी की ब्याज दर देने की पेशकश की है. वहीं, इंड सुपर 400 डेज स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में यदि अति वरिष्ठ नागरिक निवेश करते हैं तो उन्हें 8.00% ब्याज दर दी जाएगी.

फिक्स्ड डिपॉज़िट के लिए दस्तावेज़

फिक्स्ड डिपॉज़िट के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की ज़रूरत होती है:

  1. आईडी कार्ड 

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट
  • पैन कार्ड
  • वोटर आईडी कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस

          1. एड्रेस प्रूफ 

          • पासपोर्ट
          • टेलीफोन का बिल
          • बिजली का बिल
          • चेक के साथ बैंक स्टेटमेंट
          • पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी सर्टिफिकेट/आईडी कार्ड

            • एफडी के बदले लोन की सुबिधा :-

                                                                       आप के बैंक आप के किये फिक्स्ड डिपाजिट पर जरूरत  पड़ने पर  फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले लोन की सुविधा देते हैं। एक निवेशक को फिक्स्ड डिपॉजिट की गई राशि के 90 फीसदी राशि तक लोन मिल सकता है। लोन की समयसीमा फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि के बराबर या कम होती है। लोन पर ब्याज़ दर फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज़ दर से 1% या 2% ज़्यादा हो सकती है  इसका सबसे बड़ा फायदा है कि यह किसी भी वक्त फाइनेंशियल इमरजेंसी में अपने बैंक से फिक्कास्मड डिपाजिट के उपर पैसा ले सकते है  निवेशक को लोन मिलने के बाद भी फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज़ मिलता रहता है 


            • फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे (FD Investment Benefits):-


            •                                                              फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने का  एक बिशेस मुख्य कारण गारंटी के साथ रिटर्न मिलना है. लोग अपने पैसे को एफडी में निवेश करना इसीलिए चुनते हैं क्योंकि उनका पैसा  कभी भी डूबता नहीं है. और दूसरा कारण यह है कि आयकर रेगुलेटर के अनुसार बैंकों को किसी भी ब्याज पर तब तक टैक्स कटौती करने की आवश्यकता नहीं है जब तक कि यह लिमिट से अधिक न हो. एफडी निवेश का टेन्योर लचीला होती है. फिक्स्ड डिपॉजिट रकम को बहुत आसानी से निकाला जा सकता है और आपात स्थिति में इस पर लोन भी हासिल किया जा सकता है.


            • टैक्स में छूट :-

            •                 इस स्कीम में निवेष करने पर टैक्स में छूट मिलता है यदि आप के फिक्स्ड किये हुए का  सलीना इंटरेस्ट ४००००  रुपये या उससे कम होता है तो आप को कोई टैक्स नहीं देना होता है वाही सीनियर सिटीजन का सलीना इंटरेस्ट ५०००० होता है तो टैक्स नहीं देना होता है यदि यही  सलीना इंटरेस्ट ४०००० -५०००० से उपर जाता है तो आप के अकाउंट में टीडीएस काट  लिया है 


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